Diwali ki puja kaise kare 2022 | diwali ki puja kaise kare vidhi bataye
Choti diwali ki puja kaise kare | Diwali kaise manae | Diwali ke liye shubhkamnaye in hindi pdf download
नमस्ते,
जैसा की हम सभी जानते ही हैं की दिवाली 2022 एक बोहोत ही शुभ और अपनेपन का त्योंहार हैं। आप सभी लोग भी Diwali 2022 greetings in hindi बजते होंगे क्युकी दीपावली 2022 सुख-समृद्धि और यश, और हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाने वाला त्योंहार हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपके बताएंगे की दिवाली की पूजा कैसे करें 2022 और साथ में में और भी काफी सारी बातों पर आपको बताया जाएगा जैसे की दिवाली की पूजा करने का सही समय क्या हैं? और दिवाली के लिए सबसे अच्छि शुभकामनाएँ।
Diwali ke bare mein 10 line hindi mein
Deepawali 2022 को हिंदुस्तान का सबसे बड़ा त्योंहार मन जाता हैं। इस दिन हम सभी Maa Laxmi Puja करते हैं साथ ही श्री Ganesh Pujan भी करते हैं और माँ सरस्वती वंदना करते हैं। दिवाली 2022 को बोहोत सारे दीपक जलाकर मनाया जाता हैं इसी कारन से इसे Deepotsav 2022 भी कहा जाता हैं। दीपावली के दिन सभी मिलझुलकर ख़ुशी से इस त्योंहार का आनंद लेते हैं। सभी बच्चे पटाखे जलाकर बहुत ख़ुशी मानते हैं। और सभी बड़े भी साथ साथ आनंद प्राप्त करते हैं।
दिवाली 2021 पर पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त (Diwali 2021 Puja Time)
दिवाली के दिन सभी लो सूर्यास्त के बाद पूजा के महूरत में पूजा करते हैं और हर साल की तरह इस साल भी दीवाली 2021 के समय का मुहूर्त आ गया हैं। जैसा की आपको पता है की दीवाली 2022 अमावस्या की मनाया जाता हैं और इस साल अमावस्या 4 नवम्बर, 2022 को सुबह के 6 बजकर 3 मिनट पर शुरू होगी और 5 नवंबर, 2022 को 2 बजकर 44 मिनट तक रहेगी।
दिवाली 2021 मुहूर्त समय
- 4 नवंबर, 2022 शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक हैं।
diwali ki puja kaise kare vidhi bataye
आपको सबसे पहले अपने पूजा वाले स्थान को गंगाजल छिड़कर उस स्थान को शुद्ध और पवित्र करना हैं। उसके बाद आपको कलश की स्थापना करके पूजा करें। आप अपने हाथ में थोड़े से फूल, एक सुपारी, एक सिक्का और कुछ चावल को हाथ में लेकर लक्ष्मी जी का ध्यान करते हुए उन सभी चीजों को कलश पर माँ लक्ष्मी का ध्यान लगते हुए चढ़ाएं। थोड़ा सा दूध, दही, शहद, कुछ पत्ते तुलसी और गंगाजल के मिश्रण से लक्ष्मी जी और गणेश जी की प्रतिमा स्नान करवाएँ।
इसके बाद अब आपको मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करना हैं। स्थापित करने के बाद आपको माँ लक्ष्मी जी और भगवान् श्री गणेश जी को तिलक लगाकर, फूलों की माला पहनाकर और आपको दीपक जलाना हैं। पूजन करते समय भी स्वर्ण आभूषण और एक चाँदी का सिक्का भी रख लें। ताज़े फलों और मिठाई से मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश जी को भोग लगाएं और फिर पाठ करें और फिर सभी लोग साथ में आरती करें आरती करें।